पद्मावती सहस्रनाम मंत्र
प्रथम शतक
आदि अगर बनाया हो तो वहाँ विराजमान करके दूसरे दिन तक वहीं पर स्थापित रखें, उनके सामने व्रतधारी पद्मासन से बैठकर और बहुत तल्लीन होकर सहस्रनाम के प्रत्येक बीजाक्षर मंत्र को गंभीरता से शुद्ध उच्चारण करते हुये एक-एक चुटकी कुंकुम या लवंग अथवा पुष्प छोड़े, एक-एक शतक पूर्ण होने पर अघ्र्य चढ़ावें। सेचन किये हुये थाली में एकत्रित कुंकुम को महादेवी के सामने वैसे ही रहने दें। पारणा करने के लिए दूसरे दिन भी जिनमंदिर जी जाने के बाद वहां पर सुवासिनियों को सेचन किया हुआ कुंकुम थोड़ा-थोड़ा देकर ‘‘शुभ मंगलम् भवतु’’ ऐसा कहकर प्रणाम करें।
१. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मावत्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मवर्णायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं पद्महस्तायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मिन्यै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मासनायै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मकर्णायै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मास्यायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मलोचनायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मायै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मदलाक्ष्यै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मवनस्थितायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मालयायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मागन्धायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मरागायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं उपरागिकायै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं पद्माप्रियायै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मनाभ्यै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मांग्यै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मशायिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मवर्गवत्यै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं पूतायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं पवित्रायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं पापनाशिन्यै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं प्रभावत्यै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं प्रसिद्धायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं पार्वत्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं पुरवासिन्यै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं प्रज्ञायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं प्रह्लादिन्यै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं प्रीतायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं पीतामायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं पद्माम्बिकायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं पातालवासिन्यै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं पूर्णायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मयोन्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं प्रियंवदायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं प्रदीप्तायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं पाशहस्तायै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं परायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं पारायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं परम्परायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं पिंगलायै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं परमाये नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं पूरायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं पंगायै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं प्राच्यै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं प्रतीचिकायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं परकार्यपिरायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं प्रथ्वयै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं पाथिव्यै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं प्रथिवीपत्यै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं पल्लवायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं प्राणदायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं पात्रायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं पवित्रांग्यै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं पूतनायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं प्रभायै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं पताकिन्यै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं पीतायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं पन्नगाधिपशेखरायै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं पताकायै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मकटिन्यै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं पतिमान्यायै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं पराक्रमायै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं पादाम्बुजधरायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्ह पुष्टयै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं परमागमबोधिन्यै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं परमात्मायै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं परमानन्दायै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं प्रसन्नायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं पात्रपोषिण्यै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं पंचवाणगत्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं पौत्र्यै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं पाखंडन्यै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं पितामहयै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं प्रहेलिकायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं प्रत्यंचायै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं प्रथुपापौघनाशिन्यै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं पूर्णचन्द्रमुख्यै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं पुण्यायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं पुलोमायै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं पूर्णिमायै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं प्रथायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं पाविन्यै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं परमानन्दायै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं पंडितायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं पंडितेडितायै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं प्राँशुलभ्यायै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं प्रमेयायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं प्रमायै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं प्राकारवर्तिन्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं प्रधानायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं प्राथितायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं प्राथ्यायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं पटुदायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं पंक्तिपूरण्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं पातालस्थायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं पातालेश्वर्यै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं प्रणायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं प्रेयस्यै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं पद्मावत्यादि प्रेयस्यंत्यशतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।।१।।
द्वितीय शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं महाज्योतिष्मत्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं मात्रे नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं महायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं मायायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं महासत्यै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं महादीप्तयै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं मत्यै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं मित्रायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं महाचन्डयै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं मंगलायै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं महिष्यै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं मानस्यै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं मेघायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं महालक्ष्म्यै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं मनोहरायै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं मदापहारिण्यै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं मृग्यायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं मानिन्यै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं मानशालिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं मार्गदात्र्यै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं मुहूर्तायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं माध्व्यै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं मधुमत्यै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं महयै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं महेश्वर्यै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं महेज्यायै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं मुक्ताहारविभूषिण्यै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं महामुद्रायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं मनोज्ञायै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं महाश्वेतायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं अतिमोहिन्यै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं मधुप्रियायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं मह्यायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं मायायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं मोहध्न्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं मनस्विन्यै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं माहिष्मत्यै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं महावेगायै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं मानदायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं मानहारिण्यै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं महाप्रभायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं मदनायै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्रवश्यायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं मुनिप्रियायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्ररूपायै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्रज्ञायै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्रदायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्रसागरायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं मनःप्रियायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं महाकायायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं महाशीलायै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं महाभुजायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं महाशयायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं महारक्षायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं मनोभेदायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं महाक्षमायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं महाकान्तिधरायै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं मुक्तायै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं महाव्रतसहायिन्यै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं मधुस्रवायै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं मूच्र्छनायै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं मृगाक्ष्यै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं मृगावत्यै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं मृणालिन्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं मनःपुष्टयै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं महाशवत्यै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं महार्थदायै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं मूलाधारायै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं मृडान्यै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं मत्तायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं मांतंगगामिन्यै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं मंदाकिन्यै नमः
७३ .ॐ ह्रीं अर्हं महावद्यायै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं मर्यादायै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं मेघमालिन्यै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं मात्रे नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं मातामह्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं मंदगत्यै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं महाकेश्यै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं महीधरायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं महोत्साहार्यै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं महादेव्यै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं महिलायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं मानवद्र्धिन्यै नमः.
८५. ॐ ह्रीं अर्हं महाग्रहायै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं महाहरायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं महामायै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं मोक्षमार्गप्रकाशिन्यै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं मान्यायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं मानवत्यै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं मान्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं मणिनूपुरशोभिन्यै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं मणिकान्तिधरायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं मीनायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं महामतिप्रकाशिन्यै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं महातन्त्रायै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं महादक्षायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं मेघायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं मुग्धायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं महागुणायै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं महाज्योतिष्मत्यादिमहागुणान्तशतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।।२।।
तृतीय शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं जिनमात्रे नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं जिनेन्द्रायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं जयंत्यै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं जगदीश्वर्यै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं जेयायै नमः
६ ॐ ह्रीं अर्हं जयवत्यै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं जायायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं जनन्यै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं जनपालिन्यै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं जगन्मात्रे नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं जगन्मायायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं जगज्ज्योतिषे नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं जगज्जितायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं जागरायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं जजरायै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं जेत्र्यै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं जमुनायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं जलवासिन्यै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं योगिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं योगमूलायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं जगद्धात्र्यै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं जगद्धरायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं योगपट्टधरायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वालायै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं ज्योतीरूपायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वालिन्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वालामुख्यै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वालामालायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं जाज्वल्यायै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं जगद्धितायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं जैनेश्वर्य नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं जिनाधारायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं जीवन्यै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं यशःपालिन्यै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं यशोदायै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं ज्यायस्यै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं ज्येष्ठायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं ज्योत्स्नायै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वरनाशिन्यै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वरलोपायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं जराजीर्णायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं जाँगुलाऽमयतर्जिन्यै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं युगभद्रायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं जगन्मित्रायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं यंत्रिण्यै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं जनभूषणायै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं योगेश्वर्यै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं योगांगायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं योगयुक्तायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं युगादिजायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं यथार्थवादिन्यै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं जांबूनदकान्तिधरायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं जयायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं निमेषायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं नर्तिन्यै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं तायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं नारायण्यै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं निर्मदायै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं नीलात्मिकायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं निराकारायै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं निराधारायै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं निराश्रयायै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं नृपवश्यायै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं निरामान्यायै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं निःसंगायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं नृपनंदिन्यै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं नृपधर्ममय्यै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं नीत्यै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं नूतन्यै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं नरपालिन्यै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं नंदायै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं नन्दवत्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं निष्ठायै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं नीरदायै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं नागवल्लभायै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं नृत्यप्रियायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं नन्दिन्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं नित्यायै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं नैकायै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं निरामयायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं नागापाशधरायै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं नौकायै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं निष्कलंकायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं निरागसायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं नागवल्लयै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं नागकन्यायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं नागिन्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं नागकुण्डल्यै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं निद्रायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं नागदमन्यै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं नेत्र्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं नाराचवर्पिण्यै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं निर्विकारायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं निर्वैरायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं नागनाथायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं नागकल्पभायै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं नागस्वामिन्यै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं नागरमण्यै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं निर्लोभायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं नित्यानन्दविधायिन्यै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं जिनमात्रादिनित्यानन्दविधायिन्यन्तशतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।।३।।
चतुर्थ शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं वज्रहस्तायै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं वरदायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं वज्रशीलायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं वरुथिन्यै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं वज्रायै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं वज्रायुधायै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं वाण्यै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं विजयायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वव्यापिन्यै नमः
१०.ॐ ह्रीं अर्हं वसुदायै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं बलदायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं वीरायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं विषयायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं विषमर्दिन्यै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं वसुंधरायै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं वरायै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं वर्णिन्यै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं वायुगामिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं बहुवर्णायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं बीजवत्यै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं विद्यायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं बुद्धिमत्यै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं विभायै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं वेधायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं वामवत्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं वामायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं विनिद्रायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं वंशभूषणायै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं वरारोहायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं विशोकायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं वेदरूपायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं विभूषणायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं विशालायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं वारुण्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं वल्यायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं बालिकायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं बालकप्रियायै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं वर्तिन्यै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं विषध्न्यै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं बालायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं विविक्तायै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं वनवसिन्यै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं वंद्यायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं विधिसुतायै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं वेलायै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वयोन्यै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं बुधप्रियायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं बलदायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं वीरमात्रे नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं वीरस्वै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं वीरनन्दिन्यै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं वरायुधधरायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं वेषायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं वारिदायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं बलशालिन्यै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं बुद्धमात्रै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं वैद्यमात्रे नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं बंधुरायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं बधुरुपिण्यै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं विद्यावत्यै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं विशालाक्ष्यै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं वेदमात्रै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं विभाश्वर्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं वात्याल्यै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं विषमायै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं वीशायै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं वेदवेदांगधारिण्यै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं वेदमार्गरतायै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं व्यक्तायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं बिलोमायै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं बादशालिन्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वमात्रे नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं विषंकायै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं वंशजायै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वदीपिकायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं बसंतरूपिण्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं वर्षायै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं विमलायै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं विविधायुधायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं विज्ञानिन्यै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं विपाशायै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं विपंच्यै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं बधमोक्षिण्यै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वरूप वत्यै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं वृद्धायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं विनीतायै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं विशिखाबिभायै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं व्यालिन्यै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं व्याललीलायै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं व्याप्तव्याधिविनाशिन्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं विमोहायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं वाणसंदोहायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं वद्र्धिन्यै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं वर्धमानकायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं व्यालेश्वरप्रियायै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं प्राणप्रेयस्यै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं वसुदायिन्यै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वेश्वर्यै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं व्यन्तरेन्द्रीवरदात्र्ये नमः
ॐ ह्रीं अर्हं वङ्काहस्तादि-व्यन्तरेन्द्रीवरदात्र्यन्त शतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।।४।।
पंचम शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं कामदायै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं कमलायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं काम्यायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं कामागायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं काम्यसाधिन्यै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं कलावत्यै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं कलापूर्णायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं कलाधरायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं कनीयस्यै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं कामिन्यै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं कमनीयांगायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं कनत्कांचन सन्निभायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं कात्यायन्यै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं कान्तिदायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं केवलायै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं कामरुपिण्यै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं कानीनायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं कमलामोदायै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं कम्रायै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं कान्तायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं करप्रियायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं कायस्थायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं कालिकायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं काल्यै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं कुमार्यै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं कालरुपिण्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं कालायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं कारायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं कामधेन्वै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं कास्यै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं कमललोचनायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं कुन्तलायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं कनकाभायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं काश्मीरकुंकुमप्रियायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं कृपावत्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं कुण्डलिन्यै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं कुण्डलाकरशायिन्यै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं कर्वâशायै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं कोपलायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं काष्ठायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं कोलिक्यै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं कुलबालिकायै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं कालचक्रधरायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं कल्पायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं कलिकायै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं काम्यकारिण्यै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं कविप्रियायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं कौशाम्ब्यै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं कारिण्यै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं कोषबद्धिन्यै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं कुशावत्वै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं करालाभायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं कौशास्थायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं कान्तिवद्र्धिन्यै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं कादम्बर्यै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं कोशधरायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं कौशाक्ष्यै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं कौशावासिन्यै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं कलिघ्नयै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं कालहनन्यै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं कौमायै्र नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं कुलजायै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं कृत्यै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं वैवल्यदायिन्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं केकायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं कर्मधन्यै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं कालवर्जिन्यै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं कलंकरहितायै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं कन्यायै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं करुणालयवासिन्यै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं कपूर्ररामोदनिःश्वासयै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं कामबीजवल्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं कल्यै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं कुलीनायै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं कुन्दपुष्पाभायै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं कुक्कुटीगवाहिन्यै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं कलिप्रियायै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं कामवाणायै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं कमठोपरिशायिन्यै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं कठोरायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं कठिनायै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं व्रूरायै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं कन्दलायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं कदलीप्रियायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं कोविन्टौ नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं क्रोधरुपायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रहुँकारवर्तिन्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं कम्बोजिन्यै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं काण्डरुपायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं कोदण्डकरधरिण्ये नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं कुहुक्रीडावत्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं क्रीडायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं कुमारानंददायिन्यै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं कुतूहलायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं केतुरुपायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं केतक्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं कमलासनायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं कोपिन्यै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं कोपरुपायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं कुसुमावासवासिन्यै नमः
ॐ ह्रीं अर्हं कामदादिकुसुमावासवासिन्यन्तशतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। ५।।
छठी शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं सरस्वत्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं शरण्याय नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं सहस्त्राक्ष्य नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं सरोजगायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं शिवायै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं सत्यै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं सुधारुपायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं शिवमायायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं सितायै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं शुभायै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं सुमेधायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं सुमुख्यै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं सत्यायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं सावित्र्यै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं सामगायिन्यै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं सुरोत्तमायै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं सुप्रभायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं श्रीरूपायै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं शास्त्रशालिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं शान्तायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं सुलोचायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं साध्वयै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं सिद्धसाध्यायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं सुधात्मिकायै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं शारदायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं सरलायै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं सारायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं सुवेण्यं नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं सुयशःप्रदायै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं शंकायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं शमतायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं शुद्धायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं शक्रमान्यायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं शुभंकयैं नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं शुधाहाररतायै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं श्मायायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं शमायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं शलवत्यै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं शरायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं शीतलायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं सुभगायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं साव्यैं नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं सुकेश्यै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं शैलवासिन्यै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं शालिन्यै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं साक्षिण्यै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं सोमायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं सुभिक्षायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं शिवप्रेयस्यै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं सुवर्णायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं शोणवर्णाये नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं सुन्दर्यै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं सुरसुन्दर्यै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं शक्तयै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं सुषायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं शौरिकायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं सेव्यायै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं श्रियै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं सुजनाचिंतायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं शिवदूत्यै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं श्वेतवर्णाषै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं शुभ्राभायै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं शोभनाशिखायै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं सिंहिकायै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं सकलायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं शोभायै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं स्वामिन्यै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं शिवपोषिण्यै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं श्रेयस्कयै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं श्रेयस्र्यै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं शौर्ये नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं सौदामिन्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं शुच्यै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं सौभागिन्यै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं शोषिण्यै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं सुगन्धायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं सुमनःप्रियायै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं सौरभेय्यै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं सुसुरम्यै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं श्वेतातपत्रधारिण्यै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं शृंगारिण्यै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं सत्यवक्त्र्यै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं सिद्धार्थायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं शीलभूषणायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं सत्याथिन्यै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं संध्याभायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं शच्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं सत्कृत्यै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं सिद्धिदायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं संहारकारिण्यै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं सिह्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं सप्तार्चिषे नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं सफलायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं अध्र्यदायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं संध्यायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं सिन्दूरवर्णाभायै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं सिन्दूरतिलकप्रियायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं सारंगायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं सुतरायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं शुभभाषिण्यै नमः
ॐ ह्रीं अर्हं सरस्वत्यादिशुभभाषिण्यन्तशतनामधारिण्ये अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। ६।।
सातवाँ शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं भुवनेश्वर्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं भूषणायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं भुवनायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिपप्रियायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिगर्भायै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं भूपबंद्यायै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं भुजंगेशप्रियायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं भुजंगाम्बिकायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं भुजंगभूषणायै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं भोगाये नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं भुजंगकरशायिन्यै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं भृंग्यै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं भीतिरायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं भाग्यायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं भीमभीमाट्टहासिन्यै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं भारत्यै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं भवत्यै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं भंग्यै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं भगिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं भोगमंदिरायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं भद्रिकायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं भद्ररूपायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं भूतत्मायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं भूतभंजिन्यै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं भवान्यै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं भैरव्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं भीमायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं भामिन्यै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं भ्रमनाशिन्यै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं भुजगिन्यै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं भुशुंडयै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं भेदिन्य नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं भूम्यै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं भूषणायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं भिन्नायै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं भाग्यवत्यै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं भाषायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं भोगिन्यै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं भोगवल्लभायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं भूरिदायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं भुक्तिदायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं भुक्तयै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं भवसागरतारिण्यै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं भास्वत्यै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं भाश्वरायै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं भूत्यै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं भूतिदायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं भूतिवद्र्धिन्ये नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं भाग्यदायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं भोगदायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं भोग्यायै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं भाविन्यै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं भवनाशिन्यै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं भिक्षवे नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं भट्टारिकायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं भीर्बै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं भ्रामर्यै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं भ्रमयै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं भवायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं भण्डिन्ये नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं भाण्डदायै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं भण्डयै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं भल्लक्यै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं भूरिभजिन्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिगायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिदायै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं भाष्यायै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं भक्षिण्यै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं भृगुरजिन्यै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं भाराकृान्तायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिभूषायै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं भंजिन्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिपालिन्यै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं भद्राये नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं भगवत्यै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं भक्तायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं वत्सलायै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं भाग्यशालिन्यै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं खेचर्य नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं खङ्गहस्तायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं खण्डिन्यै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं खलमर्दिन्यै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं खट्वांगधारिण्यै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं खट्वायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं खड्गायै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं खगवाहिन्यै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं षट्टचक्रभेदिन्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं ख्यातायै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं खगपूज्यायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं खगेश्वर्यै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं लागल्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं क्रीडायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं लेखायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं लेखिन्यै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं ललितालतायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं लक्ष्म्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं लक्ष्मवत्यै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं लक्ष्यायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं लाभदायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं लीभवर्जितायै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं भुवनेश्वर्यादि-लोभवर्जितान्तशतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। ७।।
आठवाँ शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं लीलावत्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं ललामाभायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं लोहमुद्रायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं लिपिप्रयायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं लोकेश्वर्ये नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं लोकमात्रे नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं लब्ध्यै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं लोकन्तपालिन्यै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं लीलायै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं ललामदायै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं लीलायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं लावण्यायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं ललितायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं अर्थदायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं लोभध्न्यै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं लम्बन्यै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं लंकायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं लक्षणायै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं लक्षवर्जितायै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं उमायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं उर्वश्यै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं उदीच्यै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं उद्योतायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं उद्योतकारिण्यै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं उदारिष्यै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं उद्वरोदक्यायै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं उद्विज्जायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं इदकवासिन्ये नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं उदाहारायै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं उत्तमायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं उत्तमायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं ओषध्यै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं उदधितरिण्यै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं उत्तरायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं उत्तरवादिन्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं उद्वरायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं उद्वरनिवासिन्यै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं उत्कलिन्यै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं उत्कलिन्यायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं उत्कीर्णायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं उत्कररूपिण्यै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं ऊँकारायै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं आकाररूपायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं अम्बिकायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं अम्बरचारिन्यै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं अमोधाशायुजायै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं अन्तायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं अणिमादिगुणसंयुतायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं अनादिनिधनायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं अनन्तायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं कोदण्डपरिहासिन्यै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं अर्पणायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं अर्थाद्यै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं बिन्दुधरायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं अलोकायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं अलल्यालि वांगनायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं आनन्दाये नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं आनन्ददायै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं अलकायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं लज्जायै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं सिद्धिप्रदायिकायै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं अव्यक्तायै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं अश्रमयायै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं अमूत्र्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं अजीर्णायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं अजीर्णहारिण्यै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं अहंकृत्यायै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं अजनायै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं अरजसे नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं अहंकारायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं अरात्यै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं अन्तदायै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं अनुरूपायै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं अर्थमूलायै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं क्रीड़ायै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं वैरवायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं पालिन्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं अनोकहासुतायै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं अभेद्यायै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं अच्छेद्यायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं आकाशगामिन्यै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं अन्तरायै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं आराधितायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं आधारायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं उद्गधायै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं गंधज्ञालिन्यै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं अलकायै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं अलम्बनायै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं अलैध्यायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं शीतोयै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं शेखरधारिण्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं आकर्षणायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं अधरायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं अरागायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं मोदजायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं मोदधारिण्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं अहिनाथायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं अहिप्रियायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं अहिप्राणायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं अहोश्वर्यै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं लीलावत्यादि-अहोश्वर्यन्त अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। ८।।
नवमां शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं त्रनेत्रायै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं त्र्यम्बिकायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं तंत्र्यै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपुरायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपुरभैरव्यै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपृष्ठाय नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिफणायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं तारायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं तोतिलायै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं त्वरितायै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं तुलायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं तपःप्रियायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं तापस्यै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं तपोनिष्ठायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं तपस्विन्यै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं त्रैलोक्यदीपिकायै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं त्रेधायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिसन्ध्यायै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपदाश्रयायै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिरुपायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपथात्राणायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं तारायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपूरसुन्दर्यै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिलोचनायै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपथगायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं तारामानविमर्दिन्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं धर्मप्रयाये नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं धर्मदायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं धर्मिण्यै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं धर्मपालिन्यै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं धरायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं धरधरायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं धारायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं धात्र्यै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं धर्मागपालिन्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं धौतायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं धृत्यै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं धुर्ये नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं धीरायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं धुनुन्यै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं धनुर्धरायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं ब्रह्माण्यै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं ब्रह्मगोत्रायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं ब्राह्मण्वै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं ब्रह्मपालिन्यै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं ब्राह्मयै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं विद्युत्प्रभायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं वीरायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं वीणायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं वासवपुजि-तायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं गीतप्रियायै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं गर्भधरायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं गर्भदायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं गजगामिन्यै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं गंगायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं गोदावयै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं गोर्गायै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं गायत्र्यै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं गणपालिन्यै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं गोचर्ये नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं गोमत्र्यै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं गुव्व्र्यै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं गन्धायै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं गान्धारिण्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं गुहायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं गरीयस्यै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं गुणोपेतायै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं गरिष्ठायै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं गरमर्दिन्यै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं गंभीरायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं गुरुरुपायै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं गीतायै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं गर्वापहारिण्यै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं गृहिण्यै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं गाहिण्यै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं गौर्ये नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं गन्धार्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं गन्धवासिन्यै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं गारुडयै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं ग्रासिन्यै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं गठायै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं गेहिन्यै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं गुणदायिन्यै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रमाध्यायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रधारायै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं चित्रिण्यै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं चित्ररुपिण्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं चर्चितायै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं चतुरायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं चित्रायै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं चित्रमायायै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं चतुर्भुजायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्राभायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रवर्णायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रिण्यै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रधारिण्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रायुधायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रधरायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं चण्डयै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं चण्डपराक्रमायै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं त्रनेत्रादि-चण्डपराव्रमान्त शतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। ९।
दशवां शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रेश्वर्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं चसूचिन्त्यायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं चंचलायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं चंचलात्मिकायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रलेखायै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रभागायै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रिकायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रमन्डलायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रकान्त्यै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रमश्रियै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रमण्डलवर्तिन्यै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं चतुःसमुद्रपारान्तायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं चतुराश्रमवासिन्यै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं चतुर्मुख्यै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रमुख्यै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं चतुवर्गफलप्रदायै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं चित्स्वरूपायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं चिदानन्दायै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं चितामन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं चिरतन्यै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रहासायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं चामुण्डायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं चेतनायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं चौर्यतर्जिन्यै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं चैत्यप्रियायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं चैत्यलीनायै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं चिन्ततार्थफलप्रदायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं ह्रींरूपायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं हंसगमन्यै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं हाकिन्यै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं हिंगुलायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं हितायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं हलायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं हलधरायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं हालायै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं हंसवर्णायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं हर्षदायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं हिमान्यै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं हरित्तायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं हीरायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं हर्षिग्यै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं हरिमर्दिन्यै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्ललितादरायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं गौर्ये नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं गिरे नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं गाथायै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्गायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्लंलितादरायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं दामिन्यै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं दीर्घिकायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं दुग्धायै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्गंमायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्लभोदयायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं द्वरिकायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं दक्षिणायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं दक्षायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं दीक्षायै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं दीक्षितपुजितायै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं दमयन्त्यै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं दानवत्यै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं दयुत्यै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं दीप्तायै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं दीवागत्यै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं दरिद्रध्न्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं वैरिदूरायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं दरायै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्गतिनाशिन्यै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं दप्र्पध्न्यै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं दैत्यनाशायै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं वंशिन्यै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं दर्शनप्रियायै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं वृषप्रियायै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं वृषभायै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं वृषाषढायै नमः,
७५. ॐ ह्रीं अर्हं प्रबोधिन्यै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं सूक्ष्मायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं सूक्ष्मगत्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं श्लक्ष्णाये नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं धनमालायै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं धनध्वन्यै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं छायायै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं छत्रच्छव्यै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं क्षीरायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं क्षीरदायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं क्षेत्ररक्षिण्यै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं अमरात्मनै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं अतिरात्र्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं रगिन्यै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं रतिदारुषायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं स्थूलायै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं स्थूलतरायै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं स्थूल्र्यै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं स्थंडिलशयायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं स्थंडिलवासिन्यै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं स्थिरायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं स्थणुमत्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं दैव्यै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं घनायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं घोरनिनादिन्र्यै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं क्षेमकयै नमः
१०१. ॐ ह्रीं अर्हं क्षेमवत्यै नमः
१०२. ॐ ह्रीं अर्हं क्षेमदायै नमः
१०३. ॐ ह्रीं अर्हं क्षेमवद्र्धिन्यै नमः
१०४. ॐ ह्रीं अर्हं शैलूषरुपिण्र्ये नमः
१०५. ॐ ह्रीं अर्हं शिष्टोयै नमः
१०६. ॐ ह्रीं अर्हं संसारार्णवतारिण्य नमः
१०७. ॐ ह्रीं अर्हं सदासहायिन्यै नमः
१०८. ॐ ह्रीं अर्हं परमेश्वर्यै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं चक्रेश्वर्यादि-परमेश्वर्यन्ताष्टोत्तरशतनामधारिण्यै श्री पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। १०।।
इति श्री पद्मावती देवी अष्टोत्तर सहस्रनाम बीजाक्षर मन्त्रा: सम्पूर्णाः।।१०८।।
शांतिधारा
संपूजकानां प्रतिपालकानां, यतीन्द्रसामान्यतपोधनानां।
देशस्य राष्ट्रस्य पुरस्य राज्ञः, करोतु शांतिं भगवान् जिनेंद्रः।।१।।
शांतिधारा करें।
विसर्जन-
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं अर्हं सरस्वती देवि! गच्छ-२ जः जः जः।
ॐ ह्रीं श्री पद्मावती देवि! गच्छ-२, जः जः जः स्वाहा।
आह्वानम् नैव जानामि, नैव जानामि पूजनम् ।
विसर्जनम् न जानामि, क्षमस्य परमेश्वरी।।
श्रेणी:
पद्मावती पूजा
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[श्री संपत्-शुक्रवार व्रत में]
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जग के जीवों के शरणागत, मिथ्यात्व तिमिर हरने वाले।
तुम कर्मदली तुम महाबली, शिवरमणी को वरने वाले।।
हे पार्श्वनाथ! तेरी महिमा, सारे ही जग से न्यारी है।
तब ही तो पद्मावति माता, तव चरणों में बलिहारी है।।
ऐसी माता का आह्वानन, स्थापन करने आयी हूँ।
पुष्पों को अंजलि में भरकर, पुष्पांजलि करने आयी हूँ।।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं पार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्र भार्या श्री पद्मावती महादेव्यै! अत्रावतरावतर संवौषट् आह्वाननं।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं पार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्र भार्या श्री पद्मावती महादेव्यै! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ: ठ: स्थापनं।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं पार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्र भार्या श्री पद्मावती महादेव्यै! अत्र मम सन्निहितो भव भव वषट् सन्निधीकरणं।
(तर्ज-देखा एक ख्वाव तो ये.......)
रत्नों की झारि में मैं नीर भर के लाई माँ।
अपनी तृषा बुझाने तेरे पास आई माँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।१।।
Jal.jpgJal.jpg
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै जलं निर्वपामति स्वाहा।
धन धान्यसुत की चाह से तृप्ति हुई नहीं।
चंदन चरण में चर्चते ही तृप्ति हो गयी।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।२।।
Chandan.jpgChandan.jpg
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै चंदनं निर्वपामति स्वाहा।
तंदुल धवल के पुंज तव चरण में चढ़ाऊँ।
सौभाग्य हो अखण्ड यही भावना भाऊँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।३।।
Akshat 1.jpgAkshat 1.jpg
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै अक्षतं निर्वपामति स्वाहा।
चंपा चमेली केतकी पुष्पों को मंगाऊँ।
हर्षित-मना होकर तेरे चरणों में चढ़ाऊँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनंद हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।२।।
Pushp 1.jpgPushp 1.jpg
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै पुष्पं निर्वपामति स्वाहा।
नैवेद्य सब तरह के बना करके मैं लाऊँ।
रत्नों के थाल में सजा सजा के चढ़ाऊँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।३।।
Sweets 1.jpgSweets 1.jpg
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै नैवेद्यं निर्वपामति स्वाहा।
दीपक जला के मैं तुम्हारी आरती करूँ।
दे दो सुज्ञान माँ यही मैं याचना करूँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।४।।
Diya 3.jpgDiya 3.jpg
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै दीपं निर्वपामति स्वाहा।
चंदन अगरु कपूर युक्त धूप जलाऊँ।
सुरभित दशों दिशाएँ हो मन भावना भाऊँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।५।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै धूपं निर्वपामति स्वाहा।
अंगूर आम्र आदि फल के थाल सजाके।
हो आश पूरी आये जो चरणों में आपके।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।६।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै फलं निर्वपामति स्वाहा।
जलगंध पुष्प फल चरुवर सबको मिलाके।
पूजा करे जो अघ्र्य से मनवंâज खिला के।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।७।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यैअर्घंनिर्वपामति स्वाहा।
जाप्य मंत्र-
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथय धरणेन्द्रपद्मावतीसहिताय फणामणिमंडिताय कमठ-मानविध्वंसनाय सर्वग्रहोच्चाटनाय सर्वोपद्रवशांतिं कुरु कुरु स्वाहा।
अथ जयमाला
पद्मावती माता तुम्हारे गुण अनेक हैं।
पारसप्रभु की गाथा भी इसमें विशेष है।।
सुनिए प्रभु की गौरवगाथा हम सुनाते हैं।
पूजन करने के बाद अब जयमाला गाते हैं।।
(तर्ज-तुम्हारी हूँ तुम्हारी भक्ति)
वंदन श्री पाश्र्व प्रभु का स्वीकार करो ना।
हम दर पर तेरे आए भव से पार करो ना।।
हे पारस प्रभु जी.।।
इकदिन कुमारावस्था में पारस प्रभू चले।
लेकर सखागण साथ में थे घूमने चले।।
गंगातट पर एक तापसी खोटे तप कर रहा।
जलती लकड़ी के अन्दर नागयुगल झुलस रहा।।
हे पारस प्रभु जी.।।
पारस प्रभु उसके निकट आये जब देखने।
अन्दर की बातें जानकर उनसे लगे कहने।।
दुर्गति में जायेगा ऐसा मिथ्यातप करने से।
दिखलाया नागयुगल को जो मरणासन्न जलने से।।
हे पारस प्रभु जी.।।
पारस प्रभू ने करुणाकर उपदेश जब दिया।
संन्यास धारकर मरने से उत्तमगति बंध किया।।
धरणेन्द्र और पद्मावती दोनों बने जाकर।
पारस प्रभु का वंदन किया फौरन यहाँ आकर।।
हे पारस प्रभु जी.।।
ऐसी माता पद्मावती की वंदना करूँ।
जल आदिक आठों द्रव्यों से मैं अर्चना करूँ।।
बहुतों पे माता आपने उपकार है किया।
अब हम पर भी हे माता! दिखला दो अपनी दया।
हे पारस प्रभु जी.।।
‘‘त्रिशला’’ ने यह पूजा रची भक्ति को मन में धार।
उसका फल बस ये चाहती कर दो मुझे भव से पार।।
वंदन श्री पाश्र्वप्रभु का.............।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै पूर्णार्घं निर्वपामति स्वाहा।
दोहा—
हे माता मम हृदय में, संपूर्णरूप से आप।
त्रुटि कहीं जो रह गई, कर दो मुझ को माफ।।
प्रथम शतक
आदि अगर बनाया हो तो वहाँ विराजमान करके दूसरे दिन तक वहीं पर स्थापित रखें, उनके सामने व्रतधारी पद्मासन से बैठकर और बहुत तल्लीन होकर सहस्रनाम के प्रत्येक बीजाक्षर मंत्र को गंभीरता से शुद्ध उच्चारण करते हुये एक-एक चुटकी कुंकुम या लवंग अथवा पुष्प छोड़े, एक-एक शतक पूर्ण होने पर अघ्र्य चढ़ावें। सेचन किये हुये थाली में एकत्रित कुंकुम को महादेवी के सामने वैसे ही रहने दें। पारणा करने के लिए दूसरे दिन भी जिनमंदिर जी जाने के बाद वहां पर सुवासिनियों को सेचन किया हुआ कुंकुम थोड़ा-थोड़ा देकर ‘‘शुभ मंगलम् भवतु’’ ऐसा कहकर प्रणाम करें।
१. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मावत्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मवर्णायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं पद्महस्तायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मिन्यै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मासनायै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मकर्णायै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मास्यायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मलोचनायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मायै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मदलाक्ष्यै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मवनस्थितायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मालयायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मागन्धायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मरागायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं उपरागिकायै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं पद्माप्रियायै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मनाभ्यै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मांग्यै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मशायिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मवर्गवत्यै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं पूतायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं पवित्रायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं पापनाशिन्यै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं प्रभावत्यै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं प्रसिद्धायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं पार्वत्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं पुरवासिन्यै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं प्रज्ञायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं प्रह्लादिन्यै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं प्रीतायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं पीतामायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं पद्माम्बिकायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं पातालवासिन्यै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं पूर्णायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मयोन्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं प्रियंवदायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं प्रदीप्तायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं पाशहस्तायै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं परायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं पारायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं परम्परायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं पिंगलायै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं परमाये नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं पूरायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं पंगायै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं प्राच्यै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं प्रतीचिकायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं परकार्यपिरायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं प्रथ्वयै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं पाथिव्यै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं प्रथिवीपत्यै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं पल्लवायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं प्राणदायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं पात्रायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं पवित्रांग्यै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं पूतनायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं प्रभायै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं पताकिन्यै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं पीतायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं पन्नगाधिपशेखरायै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं पताकायै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं पद्मकटिन्यै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं पतिमान्यायै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं पराक्रमायै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं पादाम्बुजधरायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्ह पुष्टयै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं परमागमबोधिन्यै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं परमात्मायै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं परमानन्दायै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं प्रसन्नायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं पात्रपोषिण्यै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं पंचवाणगत्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं पौत्र्यै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं पाखंडन्यै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं पितामहयै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं प्रहेलिकायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं प्रत्यंचायै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं प्रथुपापौघनाशिन्यै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं पूर्णचन्द्रमुख्यै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं पुण्यायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं पुलोमायै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं पूर्णिमायै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं प्रथायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं पाविन्यै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं परमानन्दायै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं पंडितायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं पंडितेडितायै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं प्राँशुलभ्यायै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं प्रमेयायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं प्रमायै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं प्राकारवर्तिन्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं प्रधानायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं प्राथितायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं प्राथ्यायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं पटुदायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं पंक्तिपूरण्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं पातालस्थायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं पातालेश्वर्यै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं प्रणायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं प्रेयस्यै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं पद्मावत्यादि प्रेयस्यंत्यशतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।।१।।
द्वितीय शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं महाज्योतिष्मत्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं मात्रे नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं महायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं मायायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं महासत्यै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं महादीप्तयै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं मत्यै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं मित्रायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं महाचन्डयै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं मंगलायै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं महिष्यै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं मानस्यै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं मेघायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं महालक्ष्म्यै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं मनोहरायै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं मदापहारिण्यै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं मृग्यायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं मानिन्यै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं मानशालिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं मार्गदात्र्यै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं मुहूर्तायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं माध्व्यै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं मधुमत्यै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं महयै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं महेश्वर्यै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं महेज्यायै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं मुक्ताहारविभूषिण्यै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं महामुद्रायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं मनोज्ञायै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं महाश्वेतायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं अतिमोहिन्यै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं मधुप्रियायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं मह्यायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं मायायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं मोहध्न्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं मनस्विन्यै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं माहिष्मत्यै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं महावेगायै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं मानदायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं मानहारिण्यै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं महाप्रभायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं मदनायै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्रवश्यायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं मुनिप्रियायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्ररूपायै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्रज्ञायै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्रदायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्रसागरायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं मनःप्रियायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं महाकायायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं महाशीलायै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं महाभुजायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं महाशयायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं महारक्षायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं मनोभेदायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं महाक्षमायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं महाकान्तिधरायै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं मुक्तायै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं महाव्रतसहायिन्यै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं मधुस्रवायै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं मूच्र्छनायै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं मृगाक्ष्यै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं मृगावत्यै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं मृणालिन्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं मनःपुष्टयै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं महाशवत्यै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं महार्थदायै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं मूलाधारायै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं मृडान्यै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं मत्तायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं मांतंगगामिन्यै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं मंदाकिन्यै नमः
७३ .ॐ ह्रीं अर्हं महावद्यायै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं मर्यादायै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं मेघमालिन्यै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं मात्रे नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं मातामह्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं मंदगत्यै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं महाकेश्यै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं महीधरायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं महोत्साहार्यै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं महादेव्यै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं महिलायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं मानवद्र्धिन्यै नमः.
८५. ॐ ह्रीं अर्हं महाग्रहायै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं महाहरायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं महामायै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं मोक्षमार्गप्रकाशिन्यै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं मान्यायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं मानवत्यै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं मान्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं मणिनूपुरशोभिन्यै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं मणिकान्तिधरायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं मीनायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं महामतिप्रकाशिन्यै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं महातन्त्रायै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं महादक्षायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं मेघायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं मुग्धायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं महागुणायै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं महाज्योतिष्मत्यादिमहागुणान्तशतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।।२।।
तृतीय शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं जिनमात्रे नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं जिनेन्द्रायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं जयंत्यै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं जगदीश्वर्यै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं जेयायै नमः
६ ॐ ह्रीं अर्हं जयवत्यै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं जायायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं जनन्यै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं जनपालिन्यै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं जगन्मात्रे नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं जगन्मायायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं जगज्ज्योतिषे नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं जगज्जितायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं जागरायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं जजरायै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं जेत्र्यै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं जमुनायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं जलवासिन्यै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं योगिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं योगमूलायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं जगद्धात्र्यै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं जगद्धरायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं योगपट्टधरायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वालायै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं ज्योतीरूपायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वालिन्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वालामुख्यै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वालामालायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं जाज्वल्यायै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं जगद्धितायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं जैनेश्वर्य नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं जिनाधारायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं जीवन्यै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं यशःपालिन्यै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं यशोदायै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं ज्यायस्यै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं ज्येष्ठायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं ज्योत्स्नायै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वरनाशिन्यै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं ज्वरलोपायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं जराजीर्णायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं जाँगुलाऽमयतर्जिन्यै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं युगभद्रायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं जगन्मित्रायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं यंत्रिण्यै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं जनभूषणायै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं योगेश्वर्यै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं योगांगायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं योगयुक्तायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं युगादिजायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं यथार्थवादिन्यै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं जांबूनदकान्तिधरायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं जयायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं निमेषायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं नर्तिन्यै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं तायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं नारायण्यै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं निर्मदायै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं नीलात्मिकायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं निराकारायै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं निराधारायै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं निराश्रयायै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं नृपवश्यायै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं निरामान्यायै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं निःसंगायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं नृपनंदिन्यै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं नृपधर्ममय्यै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं नीत्यै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं नूतन्यै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं नरपालिन्यै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं नंदायै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं नन्दवत्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं निष्ठायै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं नीरदायै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं नागवल्लभायै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं नृत्यप्रियायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं नन्दिन्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं नित्यायै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं नैकायै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं निरामयायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं नागापाशधरायै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं नौकायै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं निष्कलंकायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं निरागसायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं नागवल्लयै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं नागकन्यायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं नागिन्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं नागकुण्डल्यै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं निद्रायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं नागदमन्यै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं नेत्र्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं नाराचवर्पिण्यै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं निर्विकारायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं निर्वैरायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं नागनाथायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं नागकल्पभायै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं नागस्वामिन्यै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं नागरमण्यै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं निर्लोभायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं नित्यानन्दविधायिन्यै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं जिनमात्रादिनित्यानन्दविधायिन्यन्तशतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।।३।।
चतुर्थ शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं वज्रहस्तायै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं वरदायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं वज्रशीलायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं वरुथिन्यै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं वज्रायै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं वज्रायुधायै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं वाण्यै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं विजयायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वव्यापिन्यै नमः
१०.ॐ ह्रीं अर्हं वसुदायै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं बलदायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं वीरायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं विषयायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं विषमर्दिन्यै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं वसुंधरायै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं वरायै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं वर्णिन्यै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं वायुगामिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं बहुवर्णायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं बीजवत्यै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं विद्यायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं बुद्धिमत्यै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं विभायै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं वेधायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं वामवत्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं वामायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं विनिद्रायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं वंशभूषणायै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं वरारोहायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं विशोकायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं वेदरूपायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं विभूषणायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं विशालायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं वारुण्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं वल्यायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं बालिकायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं बालकप्रियायै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं वर्तिन्यै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं विषध्न्यै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं बालायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं विविक्तायै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं वनवसिन्यै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं वंद्यायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं विधिसुतायै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं वेलायै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वयोन्यै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं बुधप्रियायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं बलदायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं वीरमात्रे नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं वीरस्वै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं वीरनन्दिन्यै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं वरायुधधरायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं वेषायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं वारिदायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं बलशालिन्यै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं बुद्धमात्रै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं वैद्यमात्रे नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं बंधुरायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं बधुरुपिण्यै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं विद्यावत्यै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं विशालाक्ष्यै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं वेदमात्रै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं विभाश्वर्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं वात्याल्यै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं विषमायै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं वीशायै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं वेदवेदांगधारिण्यै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं वेदमार्गरतायै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं व्यक्तायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं बिलोमायै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं बादशालिन्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वमात्रे नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं विषंकायै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं वंशजायै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वदीपिकायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं बसंतरूपिण्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं वर्षायै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं विमलायै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं विविधायुधायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं विज्ञानिन्यै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं विपाशायै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं विपंच्यै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं बधमोक्षिण्यै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वरूप वत्यै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं वृद्धायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं विनीतायै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं विशिखाबिभायै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं व्यालिन्यै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं व्याललीलायै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं व्याप्तव्याधिविनाशिन्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं विमोहायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं वाणसंदोहायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं वद्र्धिन्यै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं वर्धमानकायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं व्यालेश्वरप्रियायै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं प्राणप्रेयस्यै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं वसुदायिन्यै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं विश्वेश्वर्यै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं व्यन्तरेन्द्रीवरदात्र्ये नमः
ॐ ह्रीं अर्हं वङ्काहस्तादि-व्यन्तरेन्द्रीवरदात्र्यन्त शतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।।४।।
पंचम शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं कामदायै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं कमलायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं काम्यायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं कामागायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं काम्यसाधिन्यै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं कलावत्यै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं कलापूर्णायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं कलाधरायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं कनीयस्यै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं कामिन्यै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं कमनीयांगायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं कनत्कांचन सन्निभायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं कात्यायन्यै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं कान्तिदायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं केवलायै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं कामरुपिण्यै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं कानीनायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं कमलामोदायै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं कम्रायै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं कान्तायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं करप्रियायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं कायस्थायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं कालिकायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं काल्यै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं कुमार्यै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं कालरुपिण्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं कालायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं कारायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं कामधेन्वै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं कास्यै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं कमललोचनायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं कुन्तलायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं कनकाभायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं काश्मीरकुंकुमप्रियायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं कृपावत्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं कुण्डलिन्यै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं कुण्डलाकरशायिन्यै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं कर्वâशायै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं कोपलायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं काष्ठायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं कोलिक्यै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं कुलबालिकायै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं कालचक्रधरायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं कल्पायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं कलिकायै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं काम्यकारिण्यै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं कविप्रियायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं कौशाम्ब्यै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं कारिण्यै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं कोषबद्धिन्यै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं कुशावत्वै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं करालाभायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं कौशास्थायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं कान्तिवद्र्धिन्यै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं कादम्बर्यै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं कोशधरायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं कौशाक्ष्यै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं कौशावासिन्यै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं कलिघ्नयै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं कालहनन्यै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं कौमायै्र नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं कुलजायै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं कृत्यै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं वैवल्यदायिन्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं केकायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं कर्मधन्यै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं कालवर्जिन्यै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं कलंकरहितायै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं कन्यायै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं करुणालयवासिन्यै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं कपूर्ररामोदनिःश्वासयै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं कामबीजवल्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं कल्यै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं कुलीनायै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं कुन्दपुष्पाभायै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं कुक्कुटीगवाहिन्यै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं कलिप्रियायै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं कामवाणायै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं कमठोपरिशायिन्यै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं कठोरायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं कठिनायै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं व्रूरायै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं कन्दलायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं कदलीप्रियायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं कोविन्टौ नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं क्रोधरुपायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रहुँकारवर्तिन्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं कम्बोजिन्यै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं काण्डरुपायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं कोदण्डकरधरिण्ये नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं कुहुक्रीडावत्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं क्रीडायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं कुमारानंददायिन्यै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं कुतूहलायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं केतुरुपायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं केतक्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं कमलासनायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं कोपिन्यै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं कोपरुपायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं कुसुमावासवासिन्यै नमः
ॐ ह्रीं अर्हं कामदादिकुसुमावासवासिन्यन्तशतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। ५।।
छठी शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं सरस्वत्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं शरण्याय नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं सहस्त्राक्ष्य नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं सरोजगायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं शिवायै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं सत्यै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं सुधारुपायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं शिवमायायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं सितायै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं शुभायै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं सुमेधायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं सुमुख्यै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं सत्यायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं सावित्र्यै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं सामगायिन्यै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं सुरोत्तमायै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं सुप्रभायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं श्रीरूपायै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं शास्त्रशालिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं शान्तायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं सुलोचायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं साध्वयै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं सिद्धसाध्यायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं सुधात्मिकायै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं शारदायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं सरलायै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं सारायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं सुवेण्यं नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं सुयशःप्रदायै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं शंकायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं शमतायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं शुद्धायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं शक्रमान्यायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं शुभंकयैं नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं शुधाहाररतायै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं श्मायायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं शमायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं शलवत्यै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं शरायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं शीतलायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं सुभगायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं साव्यैं नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं सुकेश्यै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं शैलवासिन्यै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं शालिन्यै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं साक्षिण्यै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं सोमायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं सुभिक्षायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं शिवप्रेयस्यै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं सुवर्णायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं शोणवर्णाये नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं सुन्दर्यै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं सुरसुन्दर्यै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं शक्तयै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं सुषायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं शौरिकायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं सेव्यायै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं श्रियै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं सुजनाचिंतायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं शिवदूत्यै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं श्वेतवर्णाषै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं शुभ्राभायै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं शोभनाशिखायै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं सिंहिकायै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं सकलायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं शोभायै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं स्वामिन्यै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं शिवपोषिण्यै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं श्रेयस्कयै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं श्रेयस्र्यै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं शौर्ये नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं सौदामिन्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं शुच्यै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं सौभागिन्यै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं शोषिण्यै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं सुगन्धायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं सुमनःप्रियायै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं सौरभेय्यै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं सुसुरम्यै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं श्वेतातपत्रधारिण्यै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं शृंगारिण्यै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं सत्यवक्त्र्यै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं सिद्धार्थायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं शीलभूषणायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं सत्याथिन्यै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं संध्याभायै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं शच्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं सत्कृत्यै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं सिद्धिदायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं संहारकारिण्यै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं सिह्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं सप्तार्चिषे नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं सफलायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं अध्र्यदायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं संध्यायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं सिन्दूरवर्णाभायै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं सिन्दूरतिलकप्रियायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं सारंगायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं सुतरायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं शुभभाषिण्यै नमः
ॐ ह्रीं अर्हं सरस्वत्यादिशुभभाषिण्यन्तशतनामधारिण्ये अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। ६।।
सातवाँ शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं भुवनेश्वर्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं भूषणायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं भुवनायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिपप्रियायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिगर्भायै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं भूपबंद्यायै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं भुजंगेशप्रियायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं भुजंगाम्बिकायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं भुजंगभूषणायै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं भोगाये नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं भुजंगकरशायिन्यै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं भृंग्यै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं भीतिरायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं भाग्यायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं भीमभीमाट्टहासिन्यै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं भारत्यै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं भवत्यै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं भंग्यै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं भगिन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं भोगमंदिरायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं भद्रिकायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं भद्ररूपायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं भूतत्मायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं भूतभंजिन्यै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं भवान्यै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं भैरव्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं भीमायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं भामिन्यै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं भ्रमनाशिन्यै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं भुजगिन्यै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं भुशुंडयै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं भेदिन्य नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं भूम्यै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं भूषणायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं भिन्नायै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं भाग्यवत्यै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं भाषायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं भोगिन्यै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं भोगवल्लभायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं भूरिदायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं भुक्तिदायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं भुक्तयै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं भवसागरतारिण्यै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं भास्वत्यै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं भाश्वरायै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं भूत्यै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं भूतिदायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं भूतिवद्र्धिन्ये नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं भाग्यदायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं भोगदायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं भोग्यायै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं भाविन्यै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं भवनाशिन्यै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं भिक्षवे नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं भट्टारिकायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं भीर्बै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं भ्रामर्यै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं भ्रमयै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं भवायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं भण्डिन्ये नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं भाण्डदायै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं भण्डयै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं भल्लक्यै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं भूरिभजिन्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिगायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिदायै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं भाष्यायै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं भक्षिण्यै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं भृगुरजिन्यै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं भाराकृान्तायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिभूषायै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं भंजिन्यै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं भूमिपालिन्यै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं भद्राये नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं भगवत्यै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं भक्तायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं वत्सलायै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं भाग्यशालिन्यै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं खेचर्य नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं खङ्गहस्तायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं खण्डिन्यै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं खलमर्दिन्यै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं खट्वांगधारिण्यै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं खट्वायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं खड्गायै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं खगवाहिन्यै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं षट्टचक्रभेदिन्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं ख्यातायै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं खगपूज्यायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं खगेश्वर्यै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं लागल्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं क्रीडायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं लेखायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं लेखिन्यै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं ललितालतायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं लक्ष्म्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं लक्ष्मवत्यै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं लक्ष्यायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं लाभदायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं लीभवर्जितायै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं भुवनेश्वर्यादि-लोभवर्जितान्तशतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। ७।।
आठवाँ शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं लीलावत्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं ललामाभायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं लोहमुद्रायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं लिपिप्रयायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं लोकेश्वर्ये नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं लोकमात्रे नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं लब्ध्यै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं लोकन्तपालिन्यै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं लीलायै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं ललामदायै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं लीलायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं लावण्यायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं ललितायै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं अर्थदायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं लोभध्न्यै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं लम्बन्यै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं लंकायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं लक्षणायै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं लक्षवर्जितायै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं उमायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं उर्वश्यै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं उदीच्यै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं उद्योतायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं उद्योतकारिण्यै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं उदारिष्यै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं उद्वरोदक्यायै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं उद्विज्जायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं इदकवासिन्ये नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं उदाहारायै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं उत्तमायै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं उत्तमायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं ओषध्यै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं उदधितरिण्यै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं उत्तरायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं उत्तरवादिन्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं उद्वरायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं उद्वरनिवासिन्यै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं उत्कलिन्यै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं उत्कलिन्यायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं उत्कीर्णायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं उत्कररूपिण्यै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं ऊँकारायै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं आकाररूपायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं अम्बिकायै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं अम्बरचारिन्यै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं अमोधाशायुजायै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं अन्तायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं अणिमादिगुणसंयुतायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं अनादिनिधनायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं अनन्तायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं कोदण्डपरिहासिन्यै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं अर्पणायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं अर्थाद्यै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं बिन्दुधरायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं अलोकायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं अलल्यालि वांगनायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं आनन्दाये नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं आनन्ददायै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं अलकायै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं लज्जायै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं सिद्धिप्रदायिकायै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं अव्यक्तायै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं अश्रमयायै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं अमूत्र्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं अजीर्णायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं अजीर्णहारिण्यै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं अहंकृत्यायै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं अजनायै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं अरजसे नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं अहंकारायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं अरात्यै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं अन्तदायै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं अनुरूपायै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं अर्थमूलायै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं क्रीड़ायै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं वैरवायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं पालिन्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं अनोकहासुतायै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं अभेद्यायै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं अच्छेद्यायै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं आकाशगामिन्यै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं अन्तरायै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं आराधितायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं आधारायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं उद्गधायै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं गंधज्ञालिन्यै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं अलकायै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं अलम्बनायै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं अलैध्यायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं शीतोयै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं शेखरधारिण्यै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं आकर्षणायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं अधरायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं अरागायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं मोदजायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं मोदधारिण्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं अहिनाथायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं अहिप्रियायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं अहिप्राणायै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं अहोश्वर्यै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं लीलावत्यादि-अहोश्वर्यन्त अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। ८।।
नवमां शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं त्रनेत्रायै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं त्र्यम्बिकायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं तंत्र्यै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपुरायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपुरभैरव्यै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपृष्ठाय नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिफणायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं तारायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं तोतिलायै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं त्वरितायै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं तुलायै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं तपःप्रियायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं तापस्यै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं तपोनिष्ठायै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं तपस्विन्यै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं त्रैलोक्यदीपिकायै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं त्रेधायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिसन्ध्यायै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपदाश्रयायै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिरुपायै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपथात्राणायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं तारायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपूरसुन्दर्यै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिलोचनायै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं त्रिपथगायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं तारामानविमर्दिन्यै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं धर्मप्रयाये नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं धर्मदायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं धर्मिण्यै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं धर्मपालिन्यै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं धरायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं धरधरायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं धारायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं धात्र्यै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं धर्मागपालिन्यै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं धौतायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं धृत्यै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं धुर्ये नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं धीरायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं धुनुन्यै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं धनुर्धरायै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं ब्रह्माण्यै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं ब्रह्मगोत्रायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं ब्राह्मण्वै नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं ब्रह्मपालिन्यै नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं ब्राह्मयै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं विद्युत्प्रभायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं वीरायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं वीणायै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं वासवपुजि-तायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं गीतप्रियायै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं गर्भधरायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं गर्भदायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं गजगामिन्यै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं गंगायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं गोदावयै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं गोर्गायै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं गायत्र्यै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं गणपालिन्यै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं गोचर्ये नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं गोमत्र्यै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं गुव्व्र्यै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं गन्धायै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं गान्धारिण्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं गुहायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं गरीयस्यै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं गुणोपेतायै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं गरिष्ठायै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं गरमर्दिन्यै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं गंभीरायै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं गुरुरुपायै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं गीतायै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं गर्वापहारिण्यै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं गृहिण्यै नमः
७५. ॐ ह्रीं अर्हं गाहिण्यै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं गौर्ये नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं गन्धार्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं गन्धवासिन्यै नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं गारुडयै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं ग्रासिन्यै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं गठायै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं गेहिन्यै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं गुणदायिन्यै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रमाध्यायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रधारायै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं चित्रिण्यै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं चित्ररुपिण्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं चर्चितायै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं चतुरायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं चित्रायै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं चित्रमायायै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं चतुर्भुजायै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्राभायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रवर्णायै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रिण्यै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रधारिण्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रायुधायै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रधरायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं चण्डयै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं चण्डपराक्रमायै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं त्रनेत्रादि-चण्डपराव्रमान्त शतनामधारिण्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। ९।
दशवां शतक
१. ॐ ह्रीं अर्हं चक्रेश्वर्यै नमः
२. ॐ ह्रीं अर्हं चसूचिन्त्यायै नमः
३. ॐ ह्रीं अर्हं चंचलायै नमः
४. ॐ ह्रीं अर्हं चंचलात्मिकायै नमः
५. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रलेखायै नमः
६. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रभागायै नमः
७. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रिकायै नमः
८. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रमन्डलायै नमः
९. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रकान्त्यै नमः
१०. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रमश्रियै नमः
११. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रमण्डलवर्तिन्यै नमः
१२. ॐ ह्रीं अर्हं चतुःसमुद्रपारान्तायै नमः
१३. ॐ ह्रीं अर्हं चतुराश्रमवासिन्यै नमः
१४. ॐ ह्रीं अर्हं चतुर्मुख्यै नमः
१५. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रमुख्यै नमः
१६. ॐ ह्रीं अर्हं चतुवर्गफलप्रदायै नमः
१७. ॐ ह्रीं अर्हं चित्स्वरूपायै नमः
१८. ॐ ह्रीं अर्हं चिदानन्दायै नमः
१९. ॐ ह्रीं अर्हं चितामन्यै नमः
२०. ॐ ह्रीं अर्हं चिरतन्यै नमः
२१. ॐ ह्रीं अर्हं चन्द्रहासायै नमः
२२. ॐ ह्रीं अर्हं चामुण्डायै नमः
२३. ॐ ह्रीं अर्हं चेतनायै नमः
२४. ॐ ह्रीं अर्हं चौर्यतर्जिन्यै नमः
२५. ॐ ह्रीं अर्हं चैत्यप्रियायै नमः
२६. ॐ ह्रीं अर्हं चैत्यलीनायै नमः
२७. ॐ ह्रीं अर्हं चिन्ततार्थफलप्रदायै नमः
२८. ॐ ह्रीं अर्हं ह्रींरूपायै नमः
२९. ॐ ह्रीं अर्हं हंसगमन्यै नमः
३०. ॐ ह्रीं अर्हं हाकिन्यै नमः
३१. ॐ ह्रीं अर्हं हिंगुलायै नमः
३२. ॐ ह्रीं अर्हं हितायै नमः
३३. ॐ ह्रीं अर्हं हलायै नमः
३४. ॐ ह्रीं अर्हं हलधरायै नमः
३५. ॐ ह्रीं अर्हं हालायै नमः
३६. ॐ ह्रीं अर्हं हंसवर्णायै नमः
३७. ॐ ह्रीं अर्हं हर्षदायै नमः
३८. ॐ ह्रीं अर्हं हिमान्यै नमः
३९. ॐ ह्रीं अर्हं हरित्तायै नमः
४०. ॐ ह्रीं अर्हं हीरायै नमः
४१. ॐ ह्रीं अर्हं हर्षिग्यै नमः
४२. ॐ ह्रीं अर्हं हरिमर्दिन्यै नमः
४३. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्ललितादरायै नमः
४४. ॐ ह्रीं अर्हं गौर्ये नमः
४५. ॐ ह्रीं अर्हं गिरे नमः
४६. ॐ ह्रीं अर्हं गाथायै नमः
४७. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्गायै नमः
४८. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्लंलितादरायै नमः
४९. ॐ ह्रीं अर्हं दामिन्यै नमः
५०. ॐ ह्रीं अर्हं दीर्घिकायै नमः
५१. ॐ ह्रीं अर्हं दुग्धायै नमः
५२. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्गंमायै नमः
५३. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्लभोदयायै नमः
५४. ॐ ह्रीं अर्हं द्वरिकायै नमः
५५. ॐ ह्रीं अर्हं दक्षिणायै नमः
५६. ॐ ह्रीं अर्हं दक्षायै नमः
५७. ॐ ह्रीं अर्हं दीक्षायै नमः
५८. ॐ ह्रीं अर्हं दीक्षितपुजितायै नमः
५९. ॐ ह्रीं अर्हं दमयन्त्यै नमः
६०. ॐ ह्रीं अर्हं दानवत्यै नमः
६१. ॐ ह्रीं अर्हं दयुत्यै नमः
६२. ॐ ह्रीं अर्हं दीप्तायै नमः
६३. ॐ ह्रीं अर्हं दीवागत्यै नमः
६४. ॐ ह्रीं अर्हं दरिद्रध्न्यै नमः
६५. ॐ ह्रीं अर्हं वैरिदूरायै नमः
६६. ॐ ह्रीं अर्हं दरायै नमः
६७. ॐ ह्रीं अर्हं दुर्गतिनाशिन्यै नमः
६८. ॐ ह्रीं अर्हं दप्र्पध्न्यै नमः
६९. ॐ ह्रीं अर्हं दैत्यनाशायै नमः
७०. ॐ ह्रीं अर्हं वंशिन्यै नमः
७१. ॐ ह्रीं अर्हं दर्शनप्रियायै नमः
७२. ॐ ह्रीं अर्हं वृषप्रियायै नमः
७३. ॐ ह्रीं अर्हं वृषभायै नमः
७४. ॐ ह्रीं अर्हं वृषाषढायै नमः,
७५. ॐ ह्रीं अर्हं प्रबोधिन्यै नमः
७६. ॐ ह्रीं अर्हं सूक्ष्मायै नमः
७७. ॐ ह्रीं अर्हं सूक्ष्मगत्यै नमः
७८. ॐ ह्रीं अर्हं श्लक्ष्णाये नमः
७९. ॐ ह्रीं अर्हं धनमालायै नमः
८०. ॐ ह्रीं अर्हं धनध्वन्यै नमः
८१. ॐ ह्रीं अर्हं छायायै नमः
८२. ॐ ह्रीं अर्हं छत्रच्छव्यै नमः
८३. ॐ ह्रीं अर्हं क्षीरायै नमः
८४. ॐ ह्रीं अर्हं क्षीरदायै नमः
८५. ॐ ह्रीं अर्हं क्षेत्ररक्षिण्यै नमः
८६. ॐ ह्रीं अर्हं अमरात्मनै नमः
८७. ॐ ह्रीं अर्हं अतिरात्र्यै नमः
८८. ॐ ह्रीं अर्हं रगिन्यै नमः
८९. ॐ ह्रीं अर्हं रतिदारुषायै नमः
९०. ॐ ह्रीं अर्हं स्थूलायै नमः
९१. ॐ ह्रीं अर्हं स्थूलतरायै नमः
९२. ॐ ह्रीं अर्हं स्थूल्र्यै नमः
९३. ॐ ह्रीं अर्हं स्थंडिलशयायै नमः
९४. ॐ ह्रीं अर्हं स्थंडिलवासिन्यै नमः
९५. ॐ ह्रीं अर्हं स्थिरायै नमः
९६. ॐ ह्रीं अर्हं स्थणुमत्यै नमः
९७. ॐ ह्रीं अर्हं दैव्यै नमः
९८. ॐ ह्रीं अर्हं घनायै नमः
९९. ॐ ह्रीं अर्हं घोरनिनादिन्र्यै नमः
१००. ॐ ह्रीं अर्हं क्षेमकयै नमः
१०१. ॐ ह्रीं अर्हं क्षेमवत्यै नमः
१०२. ॐ ह्रीं अर्हं क्षेमदायै नमः
१०३. ॐ ह्रीं अर्हं क्षेमवद्र्धिन्यै नमः
१०४. ॐ ह्रीं अर्हं शैलूषरुपिण्र्ये नमः
१०५. ॐ ह्रीं अर्हं शिष्टोयै नमः
१०६. ॐ ह्रीं अर्हं संसारार्णवतारिण्य नमः
१०७. ॐ ह्रीं अर्हं सदासहायिन्यै नमः
१०८. ॐ ह्रीं अर्हं परमेश्वर्यै नमः।
ॐ ह्रीं अर्हं चक्रेश्वर्यादि-परमेश्वर्यन्ताष्टोत्तरशतनामधारिण्यै श्री पद्मावती महादेव्यै अर्घ्यं समर्पयामीति स्वाहा।। १०।।
इति श्री पद्मावती देवी अष्टोत्तर सहस्रनाम बीजाक्षर मन्त्रा: सम्पूर्णाः।।१०८।।
शांतिधारा
संपूजकानां प्रतिपालकानां, यतीन्द्रसामान्यतपोधनानां।
देशस्य राष्ट्रस्य पुरस्य राज्ञः, करोतु शांतिं भगवान् जिनेंद्रः।।१।।
शांतिधारा करें।
विसर्जन-
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं अर्हं सरस्वती देवि! गच्छ-२ जः जः जः।
ॐ ह्रीं श्री पद्मावती देवि! गच्छ-२, जः जः जः स्वाहा।
आह्वानम् नैव जानामि, नैव जानामि पूजनम् ।
विसर्जनम् न जानामि, क्षमस्य परमेश्वरी।।
श्रेणी:
पद्मावती पूजा
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[श्री संपत्-शुक्रवार व्रत में]
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जग के जीवों के शरणागत, मिथ्यात्व तिमिर हरने वाले।
तुम कर्मदली तुम महाबली, शिवरमणी को वरने वाले।।
हे पार्श्वनाथ! तेरी महिमा, सारे ही जग से न्यारी है।
तब ही तो पद्मावति माता, तव चरणों में बलिहारी है।।
ऐसी माता का आह्वानन, स्थापन करने आयी हूँ।
पुष्पों को अंजलि में भरकर, पुष्पांजलि करने आयी हूँ।।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं पार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्र भार्या श्री पद्मावती महादेव्यै! अत्रावतरावतर संवौषट् आह्वाननं।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं पार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्र भार्या श्री पद्मावती महादेव्यै! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ: ठ: स्थापनं।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं पार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्र भार्या श्री पद्मावती महादेव्यै! अत्र मम सन्निहितो भव भव वषट् सन्निधीकरणं।
(तर्ज-देखा एक ख्वाव तो ये.......)
रत्नों की झारि में मैं नीर भर के लाई माँ।
अपनी तृषा बुझाने तेरे पास आई माँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।१।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै जलं निर्वपामति स्वाहा।
धन धान्यसुत की चाह से तृप्ति हुई नहीं।
चंदन चरण में चर्चते ही तृप्ति हो गयी।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।२।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै चंदनं निर्वपामति स्वाहा।
तंदुल धवल के पुंज तव चरण में चढ़ाऊँ।
सौभाग्य हो अखण्ड यही भावना भाऊँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।३।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै अक्षतं निर्वपामति स्वाहा।
चंपा चमेली केतकी पुष्पों को मंगाऊँ।
हर्षित-मना होकर तेरे चरणों में चढ़ाऊँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनंद हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।२।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै पुष्पं निर्वपामति स्वाहा।
नैवेद्य सब तरह के बना करके मैं लाऊँ।
रत्नों के थाल में सजा सजा के चढ़ाऊँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।३।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै नैवेद्यं निर्वपामति स्वाहा।
दीपक जला के मैं तुम्हारी आरती करूँ।
दे दो सुज्ञान माँ यही मैं याचना करूँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।४।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै दीपं निर्वपामति स्वाहा।
चंदन अगरु कपूर युक्त धूप जलाऊँ।
सुरभित दशों दिशाएँ हो मन भावना भाऊँ।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।५।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै धूपं निर्वपामति स्वाहा।
अंगूर आम्र आदि फल के थाल सजाके।
हो आश पूरी आये जो चरणों में आपके।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।६।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै फलं निर्वपामति स्वाहा।
जलगंध पुष्प फल चरुवर सबको मिलाके।
पूजा करे जो अघ्र्य से मनवंâज खिला के।।
सुन ख्याति तेरी माँ मुझे आनन्द हो रहा।
करके तेरा गुणगान मन सुमन है खिल रहा।।७।।
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ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यैअर्घंनिर्वपामति स्वाहा।
जाप्य मंत्र-
ॐ नमो भगवते पार्श्वनाथय धरणेन्द्रपद्मावतीसहिताय फणामणिमंडिताय कमठ-मानविध्वंसनाय सर्वग्रहोच्चाटनाय सर्वोपद्रवशांतिं कुरु कुरु स्वाहा।
अथ जयमाला
पद्मावती माता तुम्हारे गुण अनेक हैं।
पारसप्रभु की गाथा भी इसमें विशेष है।।
सुनिए प्रभु की गौरवगाथा हम सुनाते हैं।
पूजन करने के बाद अब जयमाला गाते हैं।।
(तर्ज-तुम्हारी हूँ तुम्हारी भक्ति)
वंदन श्री पाश्र्व प्रभु का स्वीकार करो ना।
हम दर पर तेरे आए भव से पार करो ना।।
हे पारस प्रभु जी.।।
इकदिन कुमारावस्था में पारस प्रभू चले।
लेकर सखागण साथ में थे घूमने चले।।
गंगातट पर एक तापसी खोटे तप कर रहा।
जलती लकड़ी के अन्दर नागयुगल झुलस रहा।।
हे पारस प्रभु जी.।।
पारस प्रभु उसके निकट आये जब देखने।
अन्दर की बातें जानकर उनसे लगे कहने।।
दुर्गति में जायेगा ऐसा मिथ्यातप करने से।
दिखलाया नागयुगल को जो मरणासन्न जलने से।।
हे पारस प्रभु जी.।।
पारस प्रभू ने करुणाकर उपदेश जब दिया।
संन्यास धारकर मरने से उत्तमगति बंध किया।।
धरणेन्द्र और पद्मावती दोनों बने जाकर।
पारस प्रभु का वंदन किया फौरन यहाँ आकर।।
हे पारस प्रभु जी.।।
ऐसी माता पद्मावती की वंदना करूँ।
जल आदिक आठों द्रव्यों से मैं अर्चना करूँ।।
बहुतों पे माता आपने उपकार है किया।
अब हम पर भी हे माता! दिखला दो अपनी दया।
हे पारस प्रभु जी.।।
‘‘त्रिशला’’ ने यह पूजा रची भक्ति को मन में धार।
उसका फल बस ये चाहती कर दो मुझे भव से पार।।
वंदन श्री पाश्र्वप्रभु का.............।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं श्रीपार्श्वनाथ भक्ता धरणेन्द्रभार्यायै श्रीपद्मावत्यै महादेव्यै पूर्णार्घं निर्वपामति स्वाहा।
दोहा—
हे माता मम हृदय में, संपूर्णरूप से आप।
त्रुटि कहीं जो रह गई, कर दो मुझ को माफ।।
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